आज की ताज़ा खबरें (01 जून 2025): तकनीक, अपराध और अंतरराष्ट्रीय संबंध

 तकनीकी क्षेत्र में प्रगति

भारत सरकार ने तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। फंड ऑफ फंड्स योजना के तहत ₹10,000 करोड़ का विशेष निवेश AI और नई-आधारित तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए किया गया है। इसके साथ ही डिजिटल क्षेत्र में तेजी लाने के लिए Google ने भारत में ‘AI First’ नामक एक्सेलेरेटर प्रोग्राम के लिए आवेदन खोले हैं, जिसका उद्देश्य एआई-संचालित इनोवेशन को तेज करना है। इस पहल से एजेंटिक और मल्टीमॉडल एआई पर आधारित स्टार्टअप्स को विशेषज्ञों से मेंटरशिप, क्लाउड टूल्स तथा प्रोडक्ट डेमो जैसे संसाधन मिलेंगे, जिससे उनका विकास और वृद्धि होगी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के रायपुर में देश का पहला एआई-केंद्रित स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) भी बनाया जा रहा है। RackBank Datacenters Pvt. Ltd. द्वारा विकसित इस परियोजना में करीब ₹1000 करोड़ का निवेश होगा, जिसमें अत्याधुनिक डेटा सेंटर और क्लाउड सिस्टम होंगे। राज्य सरकार ने इस जोन को टैक्स छूट समेत विशेष लाभ देकर नए तकनीकी अनुप्रयोगों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है।


उत्पादकता और नवाचार


केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि भारत 2025 में अपना पहला स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप लॉन्च करेगा। इस 28–90 नैनोमीटर के चिपसेट से ऑटोमोबाइल, दूरसंचार, रेलवे और उद्योगों को ऊर्जा-कुशल हार्डवेयर सस्ता पड़ेगा। वैष्णव ने “Digital India” कार्यक्रम के तहत देश को तकनीकी आत्मनिर्भर बनाने पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि मौजूदा में छह फेब्रिकेशन प्लांट बन रहे हैं, जिनमें पहला चिप इसी साल तैयार होगा। साथ ही उन्होंने AI के क्षेत्र में भी महत्वाकांक्षी योजनाएं पेश कीं। उन्होंने “सरवम्” नामक भारत-केंद्रित एआई मॉडल की घोषणा की है, जो देश की बहुभाषी और सामाजिक विविधताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस पहल से एआई तकनीक को समावेशी, सुलभ तथा भारतीय ज़रूरतों के अनुकूल बनाया जाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) मानवयुक्त मिशन ‘गगनयान’ के तहत मानव अंतरिक्ष उड़ान की तैयारी में जुटा है। चेन्नई स्थित इसरो मुख्यालय की जानकारी के अनुसार, इसरो ने गगनयान मिशन के साथ ही निजी क्षेत्र को भी लॉन्च व्हीकल निर्माण में शामिल किया है। अगले चरण में भारत-अमेरिका संयुक्त अंतरिक्ष अनुसंधान (NISAR) मिशन के अंतर्गत भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम-4 मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेजने का कार्यक्रम भी सन्निर्धारित है। पिछले वर्ष के पांच सफल उपग्रह प्रक्षेपणों के ज़रिए आठ भारतीय उपग्रहों सहित कुल 36 सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक कक्षा में पहुंचाया गया है। इसरो की योजना में अगले वर्षों में अंतरिक्ष में व्यापक निजी भागीदारी और अनुसंधान परियोजनाओं को शामिल करना है।

देश में प्रमुख अपराध घटनाएँ



दिल्ली के द्वारका क्षेत्र से शनिवार देर रात एक 13 वर्षीय बच्ची की बेरहमी से हत्या की खबर सामने आई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी 23 वर्षीय अनस बच्ची का पड़ोसी था। उसने चोरी की नीयत से घर में घुसने की कोशिश की, लेकिन पकड़े जाने के डर से बच्ची का गला घोंट दिया। पुलिस ने अनस को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि वह नशे का आदी है और पिछले दो महीने में ही जमानत पर रिहा हुआ था।

बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार देर रात बिक्रम थाना क्षेत्र में पुलिस का एनकाउंटर हुआ। स्पेशल टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में छह खतरनाक अपराधी हथियारों के साथ पकड़े गए। इन आरोपियों ने हत्या की सुपारी लेकर पटना आने की प्लानिंग की थी, लेकिन रास्ते में पुलिस से मुठभेड़ में वे घिरे और लाठी-गोलियां चलीं। निचले स्तर पर सक्रिय इस गिरोह का सरगना विशाल कुमार घायल हुआ और बाद में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने चार देसी पिस्टल, 24 जिंदा गोलियां व दो मोटरसाइकिल बरामद की हैं और अब इनके अन्य साथियों की गिरफ़्तारी के प्रयास जारी हैं।

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक पुरानी रंजिश खूनी संघर्ष में बदल गई। शनिवार शाम वाराणसी नगर निगम के दो समूहों के बीच चल रहे आपसी विवाद की चर्चाः एक कार्यक्रम को लेकर दोनों पक्षों में झड़प हुई, जिसमें 30 वर्षीय अरशद उर्फ गुड्डू को चाकू मार कर घायल कर दिया गया। अरशद को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि विवाद के बीच आमिर नामक व्यक्ति ने ताबड़तोड़ चाकू वार किए, जिनसे अरशद की जान चली गई। बरेली एसपी ने बताया कि आरोपी आमिर अभी फरार है और उसके निशानदेही के लिए छापेमारी जारी है। इन घटनाओं को देखते हुए दिल्ली-उत्तर प्रदेश तथा बिहार पुलिस ने फोर्स बढ़ा दी है और गश्त कड़ी कर दी है।


अंतरराष्ट्रीय संबंध और वैश्विक स्तर पर भारत



विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने 27–29 मई को वॉशिंगटन डी.सी. का दौरा किया, जहां उन्होंने अमेरिकी विदेश विभाग, रक्षा मंत्रालय और वाणिज्य विभाग समेत कई शीर्ष अधिकारियों से व्यापक वार्ता की। यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की फरवरी 2025 की अमेरिका यात्रा के बाद रणनीतिक कदम के रूप में देखी जा रही है,
जिसमें दोनों देशों ने ‘इंडिया-यूएस कंपैक्ट’ की घोषणा की थी। दोनों पक्षों ने तकनीक, व्यापार और कौशल क्षेत्रों को 21वीं सदी में साझेदारी के प्रमुख स्तंभ बताया है। साथ ही व्यापार सहयोग को और प्रगाढ़ करने के लिए बिलेटरल ट्रेड अग्रीमेंट (BTA) के मसले पर भी बातचीत तेज हुई है। इसी कड़ी में 5–6 जून को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर वार्ता के लिए आ रहा है। दोनों देशों ने मिलकर “मिशन 500” भी शुरू किया है, जिसका लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर से पार करना है। वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल ने कहा है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते सही दिशा में हैं और ईयू के साथ भी इसी तरह की प्रगति हो रही है।

दक्षिण अमेरिका में भारत के सहयोग को मजबूत करने के लिए पेराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस 2–4 जून को भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। यह उनका भारत का पहला दौरा होगा। इस दौरान 2 जून को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी, जहां दोनों नेता राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग पर विचार-विमर्श करेंगे। राष्ट्रपति पेना मुम्बई भी भ्रमण करेंगे और भारतीय उद्योगपति व स्टार्टअप से मिलेंगे। भारत-पेराग्वे संबंध 1961 से स्थिर हैं और दोनों देश कृषि, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में साझेदारी कर रहे हैं। दोनों राष्ट्रों ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में सुधार, जलवायु परिवर्तन तथा आतंकवाद रोधी वैश्विक कार्रवाइयों पर भी समान दृष्टिकोण साझा किया है। इस अपारंपरिक सहयोग से भारत की लैटिन अमेरिका में उपस्थिति मजबूत होगी।

इन घटनाक्रमों के साथ, भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी बहुआयामी नीति और नेतृत्व क्षमता को और भी उजागर किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ग7 सम्मेलन से लेकर द्विपक्षीय बैठकों में लगातार “ग्लोबल साउथ” के देशों के सहयोग पर बल दिया है, जिससे भारत को नए निवेश और सहयोग के मौके मिल रहे हैं। इसी प्रकार रक्षा व ऊर्जा सहयोग में भी भारत ने रणनीतिक साझेदारियों को आगे बढ़ाया है। हाल ही में रक्षा मंत्री अनिल चौहान ने सिंगापुर में नीदरलैंड, अमेरिका और ब्राजील के सैन्य अधिकारियों से मुलाकात कर रक्षा तकनीक के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की है। इस तरह के अंतरराष्ट्रीय वार्तालाप और समझौते भारत की वैश्विक भूमिका को सुदृढ़ करते हुए नवाचार व विकास के नए द्वार खोल रहे हैं

स्रोत: सभी समाचार तिथि 01 जून 2025 के आसपास की विश्वसनीय रिपोर्टों पर आधारित हैं।

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